नारी की दुर्दशा सहेज कर, मंगलसूत्र का प्राण लिखा। नारी की दुर्दशा सहेज कर, मंगलसूत्र का प्राण लिखा।
चंद सांसें , चंद लम्हे .. चंद सांसें , चंद लम्हे ..
धनपत है उनका नाम, जिसने बढ़ाया लमही का मान। धनपत है उनका नाम, जिसने बढ़ाया लमही का मान।
कुछ मिल जाता है तो कुछ खो जाता है। कुछ मिल जाता है तो कुछ खो जाता है।
सेहन में एक घोंसला बना, टिक जाती हैं। सेहन में एक घोंसला बना, टिक जाती हैं।
हो जाएं तैयार बेफ़िक्री से वहीं अनकहे रिश्ते भले होते हैं। हो जाएं तैयार बेफ़िक्री से वहीं अनकहे रिश्ते भले होते हैं।